तहज्जुद की नमाज़ की क्या फजीलत है? Tahajjud ki fazilat aur Ahmiyat
जब आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं तो मैं आपको बता दूं कि ये नमाज़ यानि तहज्जुद की नमाज़ कितनी बरकत वाली नमाज़ है
तो आपको अब तहज्जुद की नमाज़ की फजीलत बता देते हैं कि तहज्जुद की नमाज़ की फजीलत कितनी है
इस लिए हमने आपके लिए नीचे कुछ तहज्जुद की नमाज़ की फजीलत के बारे में जानकारी लिखे हैं ज़रूर पढ़ें
हदीस में है कि हमारे प्यारे "आका मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम " ने ईरशाद फरमाया कि हमारा रब तआला हर रात में
जब पिछली तिहाई बाक़ी रहती है तब अल्लाह तआला असमाने दुनियां पर ख़ास तजल्ली फरमाता है और फरमाता है कि :-
" है कोई दुआ करने वाला कि उसकी दुआ कुबुल करूं, है कोई मांगने वाला कि उसे दूं , है कोई मगफिरत चाहने वाला कि उसकी बख्शीश कर दूं "
Tahajjud Padhne Ki Fazilat :-
- आका मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम फरमाते हैं कि तहज्जुद की नमाज़ अल्लाह की बहुत बड़ी दौलत है जिसे पढ़ने से अल्लाह काफ़ी खुश होता है और सवाब देता है
- तहज्जुद की नमाज़ जहन्नम की आग से बचाती है
- कुछ हदीसों में है कि तहज्जुद की नमाज़ पढ़ने से मुसलमान अल्लाह के काफ़ी क़रीब हो जाता है
- तहज्जुद की नमाज़ पढ़ने से हम गुनाहों से बचते हैं और ये नमाज़ हमें गुनाहों से बचाती है
- तहज्जुद की नमाज़ का मर्तबा फर्ज़ नमाज़ के बाद सबसे आला है
- तहज्जुद की नमाज़ पढ़ने वाले लोग सलामती के साथ जन्नत में दाखिल होंगे
- प्यारे नबी फरमाते हैं कि तहज्जुद की नमाज़ में मांगी गई दुआ फर्ज़ नमाज़ के बाद मांगी गई सभी दुआओं में सबसे ज्यादा कुबुलियत वाली है
- तहज्जुद की नमाज़ क़ब्र की वहशत से बचाती है
- आका मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम फरमाते हैं कि तहज्जुद की नमाज़ पढ़ने वाले को अल्लाह एक के बदले 100 या उससे भी ज्यादा अता फरमाएगा
रात में जब सब सो रहे हों उस वक्त अल्लाह की इबादत करना बहुत ही ख़ूब सुरत अमल है पता नहीं कौनसा वक्त कुबूलियत का हो और हमारी दुआ सुन ली जाए
और भी कई बेशुमार फज़ीलतें हैं
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