सज्दे में पांव की कितनी उंगलियां लगाना ज़रूरी है ,islami sawal jawab
सवाल
क्या फरमाते हैं औलोमाये केराम इस मसअला के बारे में कि सजदे में कितनी उंगलियों का ज़मीन पर लगना फ़र्ज़ और कितनी का वाजीब है ? अगर इमाम या कोई और सिर्फ़ उंगलियों के सिरे ज़मीन पर लगाए तो नमाज़ का क्या हुक्म है ?
जवाब
इमाम हो या आम नमाज़ी सजदा में दोनों पांव की दस उंगलियों में से किसी एक उंगली का पेट ज़मीन पर लगना फ़र्ज़ है,और दोनों पांव के तीन-तीन उंगलियां ज़मीन पर लगना वाजीब है, और दोनों पांव की दसों उंगलियों का पेट ज़मीन पर लगना और उनका किबला रुख होना सुन्नत है,
अगर किसी ने इस तरह सजदा किया कि दोनों पांव ज़मीन से उठे रहे या पांव का सिर्फ़ ज़ाहिरी हिस्सा ज़मीन पर लगाया या सिर्फ़ उंगलियों की नोक लगाई और एक भी उंगलियों का पेट ज़मीन पर ना लगा तो नमाज़ नहीं होगी, उस नमाज़ को दोबारा सही तरीक़े के साथ पढ़ना फ़र्ज़ होगा,
इसी तरह अगर एक उंगली का पेट तो ज़मीन पर लगाया मगर दोनों पांव की तीन तीन उंगलियों का पेट ज़मीन पर ना लगाया तो वाजिब छोड़ने की वजह से गुनाह भी होगा और नमाज़ (वाजीबुल ईआदह )होगी, यानी उस नमाज़ को दोहराना और दोबारा पढ़ना वाजिब है,
और इमाम क्योंकि मुक्तदियों की नमाज़ का भी जिम्मेदार होता है तो जीस सूरत में इमाम की नमाज़ नहीं होगी और ईआदह फर्ज़ होगा उस सूरत में मुक्तदियों की नमाज़ भी नहीं होगी, उन पर भी ईआदह फर्ज़ होगा यूंही जिस सूरत में इमाम की नमाज़ वाजीबुल ईआदह होगी मुक्तदियों की नमाज़ भी वाजीबुल ईआदह होगी।
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