{1} हमेशा समझोता करना सीखो क्यूंकि थोडा सा झुक जाना किसी रिश्ते का हमेशा के लिए टूट जाने से बेहतर है हज़रत अली
{2} जाहिल के सामने अक़्ल की बात मत करो पहले वो बहस करेगा फिर अपनी हार देखकर दुश्मन हो जायेगा हज़रत अली
{3} जब नेमतों पर शुक्र अदा किया जाए तो वह कभी ख़त्म नही होती । हज़रत अली
{4} दुनिया अमल की जगह है, मौत के बाद हम को और तुम्हे पता चलेगा । हज़रत अली
{5} तुम्हारे नफ्स की कीमत जन्नत है, इसे जन्नत से कम कीमत पे ना बेचना..-हजरत अली
{6} दोस्तों के ग़म में शामिल हुवा करो हर हाल में लेकिन खुशियों में तब तक न जाना जब तक वो खुद ना बुलाये …. हज़रत अली
{7} ” रिज्क के पीछे अपना इमान कभी खराब मत करो” क्योंकि नसीब का रीज़क इन्सान को ऐसे तलाश करता है जैसे मरने वाले को मौत” हज़रत अली
{8} जो इनसान सजदो मे रोता है। उसे तक़दीर पर रोना नहीं पड़ता। -हज़रत अली
{9} कभी तुम दुसरों के लिए दिल से दुवा मांग कर देखोतुम्हें अपने लिए मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी .. हज़रत अली
{10} किसी का ऐब (बुराई) तलाश करने वाले मिसाल उस मक्खी के जैसी है जो सारा खूबसूरत जिस्म छोड सिर्फ़ ज़ख्म पर बैठती है हज़रत अली
इसे भी ज़रूर पढ़ें
0 Comments