islamic sawal jawab in hindi--इस्लामिक सवाल जवाब
सवाल
असर की नमाज़ पढ़ते वक्त मगरीब की अज़ान होने लगी ऐसी सुरत में क्या नमाज़ फिर से पढ़नी होगी क़जा और असर का वक्त कब तक रहता है
जवाब
अगर असर की नमाज़ असर के वक्त में की थी यानी तकबीरे तहरीमा असर के वक्त में कह दी थी तो नमाज़ हो जाएगी
अलबत्ता असर के समय आखरी 20 मिनट मकरूह वक्त है जान बुझ कर इतनी देर करना कि मकरूह वक्त शुरू हो जाए ये नाजायज और गुनाह है
नमाज़ फज्र व जुमा और दोनों ईद की नमाज़ ये नमाज़ ऐसी है जिसे वक्त पर शुरू करना और वक्त पर ख़त्म करना ज़रूरी है
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